True Love Miss You Shayari | Miss You Quotes In Hindi

True Love Shayari के साथ अपने दिल की बात कहें। खूबसूरत लफ़्ज़ों में प्यार और यादों को बयां करें और अपने खास पलों को और खास बनाएं। True Love Liss You Shayari को बयां करने के लिए मिस यू शायरी पढ़ें। अपने दिल की गहराइयों से जुड़ी भावनाओं को खूबसूरत लफ़्ज़ों में साझा करें।

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True Love Miss You Shayari | Miss You Quotes In Hindi

True Love Miss You Shayari

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह।

अना कहती है इल्तेजा क्या करनी,
वो मोहब्बत ही क्या जो मिन्नतों से मिले।

मुकम्मल ना सही अधूरा ही रहने दो,
ये इश्क़ है कोई मक़सद तो नहीं है।

वजह नफरतों की तलाशी जाती है,
मोहब्बत तो बिन वजह ही हो जाती है।

गुफ्तगू बंद न हो बात से बात चले,
नजरों में रहो कैद दिल से दिल मिले।

है इश्क़ की मंज़िल में हाल कि जैसे,
लुट जाए कहीं राह में सामान किसी का।

चाहत हुई किसी से तो फिर बेइन्तेहाँ हुई,
चाहा तो चाहतों की हद से गुजर गए,
हमने खुदा से कुछ भी न माँगा मगर उसे,
माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये।

कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर के देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना है तो दिल हार कर के देखो।

न जाहिर हुई तुमसे और न ही बयान हुई हमसे,
बस सुलझी हुई आँखो में उलझी रही मोहब्बत।

लोगों ने रोज ही नया कुछ माँगा खुदा से,
एक हम ही हैं जो तेरे ख्याल से आगे न गये।

राह में मिले थे हम, राहें नसीब बन गईं,
ना तू अपने घर गया, ना हम अपने घर गये।

तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी,
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं।

मुद्दतों जिसको तलाशा आज वो मेरे करीब है,
अपना प्यार पाना भी कहाँ सबको नसीब है।

अदा है ख्वाब है तकसीम है तमाशा है,
मेरी इन आँखों में एक शख्स बेतहाशा है।

मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी अदा के सामने,
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने।

True Love Shayari In Hindi

True Love Shayari In Hindi

राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर,
कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।

कोई रिश्ता जो न होता, तो वो खफा क्यों होता?
ये बेरुखी, उसकी मोहब्बत का पता देती है।

मुझ में लगता है कि मुझ से ज्यादा है वो,
खुद से बढ़ कर मुझे रहती है जरुरत उसकी।

यही बहुत है कि तुमने पलट के देख लिया,
ये लुत्फ़ भी मेरी उम्मीद से कुछ ज्यादा है।

उसको हर चंद अंधेरों ने निगलना चाहा,
बुझ न पाया वो मोहब्बत का दिया है शायद।

लम्हों में क़ैद कर दे जो सदियों की चाहतें,
हसरत रही कि ऐसा कोई अपना तलबगार हो।

आँख रखते हो तो उस आँख की तहरीर पढ़ो,
मुँह से इकरार न करना तो है आदत उसकी।

संभाले नहीं संभलता है दिल,
मोहब्बत की तपिश से न जला,
इश्क तलबगार है तेरा चला आ,
अब ज़माने का बहाना न बना।

ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे,
तू बहुत देर से मिला है मुझे,
तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल,
हार जाने का हौसला है मुझे।

ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईनें हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िंदगी के मायने हैं।

हसरतें मचल गई जब,
तुमको सोचा एक पल के लिए,
सोचो तब क्या होगा जब,
मिलोगे मुझे उम्र भर के लिए।

मोहब्बत नाम है जिसका वो ऐसी क़ैद है यारों,
कि उम्रें बीत जाती हैं सजा पूरी नहीं होती।

वो रख ले कहीं अपने पास हमें कैद करके,
काश कि हमसे कोई ऐसा गुनाह हो जाये।

टपकती है निगाहों से बरसती है अदाओं से,
मोहब्बत कौन कहता है कि पहचानी नहीं जाती।

अपनी मोहब्बत पे फक़त इतना भरोसा है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।

True Love Shayari For Bf​

True Love Shayari For Bf​

कभी ये दुआ कि उसे मिलें जहाँ की खुशियाँ,
कभी ये खौफ कि वो खुश मेरे बगैर तो नहीं।

दवा न काम आयी, काम आयी न दुआ कोई,
मरीजे-इश्क थे आखिर हकीमों से शिकायत क्या।

रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं है रोज,
इसलिए लफ्ज़ों से तुमको छू लिया मैंने।

जन्नत-ए-इश्क में हर बात अजीब होती है,
किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है।

अगर इश्क करो तो आदाब-ए-वफ़ा भी सीखो,
ये चंद दिन की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती।

खामोश लबों से निभाना था हमको ये रिश्ता,
पर धड़कनों ने चाहत का शोर मचा दिया।

तेरी आँखों में जब से मैंने अपना अक्स देखा है,
मेरे चेहरे को कोई आइना अच्छा नहीं लगता।

रोज साहिल से समंदर का नजारा न करो,
अपनी सूरत को शबो-रोज निहारा न करो,
आओ देखो मेरी नजरों में उतर कर खुद को,
आइना हूँ मैं तेरा मुझसे किनारा न करो।

कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा,
खुद टूट कर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा,
प्यार की आग में उसको इतना जला देंगे,
कि इजहार वो मुझसे सरे-बाजार करेगा।

यकीन अपनी चाहत का इतना है मुझे,
मेरी आँखों में देखोगे और लौट आओगे,
मेरी यादों के समंदर में जो डूब गए तुम,
कहीं जाना भी चाहोगे तो जा नहीं पाओगे।

इस लफ़्ज़े-मोहब्बत का इतना सा फसाना है,
सिमटे तो दिले-आशिक़ फैले तो ज़माना है,
ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना तो समझ लीजे,
एक आग का दरिया है और डूब के जाना है।

इजहार-ए-मोहब्बत पे अजब हाल है उनका,
आँखें तो रज़ामंद हैं लब सोच रहे हैं।

दिल में ना हो जुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती
खैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती।

दिल में आहट सी हुई रूह में दस्तक गूँजी,
किस की खुशबू ये मुझे मेरे सिरहाने आई।

गलतफहमी की गुंजाईश नहीं सच्ची मोहब्बत में,
जहाँ किरदार हल्का हो कहानी डूब जाती है।

Love True Love Sorry Shayari

Love True Love Sorry Shayari

तुम्हारी एक मुस्कान से सुधर गई तबियत मेरी,
बताओ यार इश्क करते हो या इलाज करते हो।

ना तो पूरे मिल रहे हो ना ही खो रहे हो तुम,
दिन-ब-दिन और भी दिलचस्प हो रहे हो तुम।

किसी से प्यार करो और तजुर्बा कर लो,
ये रोग ऐसा है जिसमें दवा नहीं लगती।

इन्कार जैसी लज्जत इक़रार में कहाँ,
बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब उसकी नहीं-नहीं से।

किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी,
फिर मैंने जो लिखे वो ख्याल क्यों तेरे।

मुझ सा कोई जहान में नादान भी न हो,
कर के जो इश्क कहता है नुकसान भी न हो।

अकेले हम ही शामिल नहीं हैं इस जुर्म में,
नजर जब मिली थी मुस्कराये तुम भी थे।

तुमको हजार शर्म सही मुझको लाख ज़ब्त,
उल्फ़त वो राज़ है जो छुपाया ना जायेगा।

फिर से हो रही थी मुझे मोहब्बत उससे,
न खुलती आँख तो वो मेरा हो चुका होता।

मोहब्बत एक खुशबू है हमेशा साथ रहती है,
कोई इंसान तन्हाई में भी कभी तन्हा नहीं रहता।

मोहब्बत क्या है चलो दो लफ़्ज़ों में बताते हैं,
तेरा मजबूर करना और मेरा मजबूर हो जाना।

अनजान सी राहों पर चलने का तजुर्बा नहीं था,
इश्क़ की राह ने मुझे एक हुनरमंद राही बना दिया।

तेरे खामोश होंठों पर मोहब्बत गुनगुनाती है,
तू मेरा है मैं तेरा हूँ बस यही आवाज़ आती है।

मुझे मालूम है मेरे मुकद्दर में तुम नहीं लेकिन,
मेरी तक़दीर से छुप कर एक बार मेरे हो जाओ।

सिर्फ एक बार आओ दिल में देखने मोहब्बत अपनी,
फिर लौटने का इरादा हम तुम पर छोड़ देंगे।

Heart Touching Miss You Shayari

Heart Touching Miss You Shayari

मुहब्बत मेरी भी बहुत असर करती है,
याद आएंगे बहुत जरा भूल के देखो।

सदियों का रतजगा मेरी रातों में आ गया,
मैं एक हसीन शख्स की बातों में आ गया।

तेरे ख्याल में जब बेख्याल होता हूँ,
जरा सी देर को ही सही बेमिसाल होता हूँ।

लोग देखेंगे तो अफ़साना बना डालेंगे,
यूँ मेरे दिल में आओ कि आहट भी ना हो।

तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल,
तू खुदा तो नहीं फिर हर जगह क्यों है।

मुश्किल नहीं था इश्क़ की बाज़ी को जीतना,
बस जीतने के खौफ से खुद को हारे चले गए।

खुलता नहीं है हाल किसी पर कहे बग़ैर,
पर दिल की जान लेते हैं दिलबर कहे बग़ैर।

आँखों के रास्ते मेरे दिल में उतर गये,
बंदा-नवाज़ आप तो हद से गुज़र गये।

बैठे हैं तेरे दर पे कुछ कर के उठेंगे,
या वस्ल ही हो जायेगा या मर के उठेंगे।

हँस‬ के चल दूँ मैं काँच के टुकड़ो पर,
अगर ‪‎वो‬ कह दे उसके ‪‎बिछाए‬ फूल‬ हैं।

मोहब्बत करना कोई हमसे सीखे,
जिसे टूटकर चाहा वो अबतक बेखबर है।

मैं खुद पहल करूँ या उधर से हो इब्तिदा,
बरसों गुज़र गए हैं यही सोचते हुए।

तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है,
सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।

ये न समझ कि मैं भूल गया हूँ तुझे,
तेरी खुशबू मेरे सांसो में आज भी है,
मजबूरियों ने निभाने न दी मोहब्बत,
सच्चाई मेरी वफाओं में आज भी है।

​मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ​,
मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ​,
कब पूछा मैंने ​कि ​क्यूँ दूर हो मुझसे​,
मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ​।

बहुत दर्द भरा मिस यू एसएमएस

बहुत दर्द भरा मिस यू एसएमएस

​मैं ​दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं​,
कैसे कह दूं कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी नज़रों में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं।

उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर न उठाना लोगों,
जिसको शक हो वो मुझसे निबाह कर देखे।

इक तेरी तमन्ना ने कुछ ऐसा नवाज़ा है,
माँगी ही नहीं जाती अब कोई और दुआ हमसे।

सौ जान से हो जाऊँगा राज़ी मैं सज़ा पर,
पहले वो मुझे अपना गुनहगार तो कर ले।

इक नाम क्या लिखा तेरा साहिल की रेत पर,
फिर उम्र भर हवा से मेरी दुश्मनी रही।

उस शख्स में बात ही कुछ ऐसी थी,
हम अगर दिल न देते तो जान चली जाती।

​खयालों में ​उसके मैंने बिता दी ज़िंदगी सारी,
​​इबादत कर नहीं पाया खुदा नाराज़ मत होना​।

आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें,
हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं।

तुमको चाहा तो ख़ता क्या है बता दो मुझको,
दूसरा कोई तो अपना सा दिखा दो मुझको।

देखना हश्र मैं जब तुम पे मचल जाऊँगा,
मैं भी क्या वादा तुम्हारा हूँ कि टल जाऊँगा।

वो तो ख़ुशबू है हवाओं में बिखर जाएगा,
मसला फूल का है फूल किधर जाएगा।

हमारे इश्क़ को यूं न आज़माओ सनम,
पत्थरों को धड़कना सिखा देते हैं हम।

छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं।

कभी तुम आ जाओ ख्यालों में और मुस्कुरा दूँ मैं,
इसे गर इश्क़ कहते हैं तो हाँ मुझे इश्क़ है तुमसे।

शायद वो अपना वजूद छोड़ गया है मेरी हस्ती में,
यूँ सोते-सोते जाग जाना मेरी आदत पहले कभी न थी।

Miss You Shayari, Hindi 2 Line

Miss You Shayari, Hindi 2 Line

छुपाने लगा हूँ आजकल कुछ राज अपने आप से,
सुना है कुछ लोग मुझको मुझसे ज्यादा जानने लगे हैं।

वो अच्छे हैं तो बेहतर, बुरे हैं तो भी कबूल,
मिजाज़-ए-इश्क में ऐब-ओ-हुनर देखे नहीं जाते।

परवाने को शमा पर जल कर कुछ तो मिलता होगा,
सिर्फ मरने की खातिर तो कोई प्यार नहीं करता।

अपने हाथों से यूँ चेहरे को छुपाते क्यूँ हो,
मुझसे शर्माते हो तो सामने आते क्यूँ हो,
तुम भी मेरी तरह कर लो इकरार-ए-वफ़ा अब,
प्यार करते हो तो फिर प्यार छुपाते क्यूँ हो?

सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं तुम्हें,
किसी और का नाम लेकर जलाऊं तुम्हें,
पर चोट लगेगी तुम्हें तो दर्द मुझे ही होगा,
अब ये बताओ किस तरह सताऊं तुम्हें।

प्यार दरिया है जिसका साहिल नहीं होता,
हर शख्स मोहब्बत के काबिल नहीं होता,
रोता है वो जो डूबा है किसी के प्यार में,
और रोता वो भी है जिसे प्यार हासिल नहीं होता।

वो दिल ही क्या जो कभी वफ़ा ना करे,
तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे,
रहेगी तेरी मुहब्बत मेरी जिंदगी बन कर,
वो बात और है अगर जिंदगी वफ़ा ना करे।

उसकी मोहब्बत लाख छुपाई ज़माने से मैंने,
मगर आँखों में तेरे अक्स को छुपा न सका।

आरजू ये है कि इज़हार-ए-मोहब्बत कर दें,
अल्फाज़ चुनते है तो लम्हात बदल जाते हैं।

मैंने जान बचा के रखी है अपनी जान के लिए,
इतना प्यार कैसे हो गया एक अनजान के लिए।

गिला शिकवा ही कर डालो कि कुछ वक्त कट जाए,
लबों पे आपके ये खामोशी अच्छी नहीं लगती।

अब हम इश्क़ के उस मुक़ाम पर आ चुके हैं,
जहाँ दिल किसी और को सोचे भी तो गुनाह होता है।

प्यार का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
इसका कोई चेहरा नही फिर भी वो हसीन हैं।

एक शब गुजरी थी तेरे गेसुओं के छाँव में,
उम्र भर बेख्वाबियाँ मेरा मुकद्दर हो गयीं।

ये क्या कि वो जब चाहे मुझे छीन ले मुझसे,
अपने लिए वो शख़्स तड़पता भी तो देखूँ।

I Miss You Jaan In Hindi

I Miss You Jaan In Hindi

शरीक-ए-बज्म होकर यूँ उचटकर बैठना तेरा,
खटकती है तेरी मौजूदगी में भी कमी अपनी।

मेरी तकमील में है शामिल कुछ तेरे हिस्से,
हम अगर तुझसे न मिलते तो अधूरे रह जाते।

जब कभी टूट कर बिखरो तो बताना हमको,
हम तुम्हें रेत के जर्रों से भी चुन सकते हैं।

मोहब्बत में यही खौफ क्यों हरदम रहता है
कहीं किसी और से तो मोहब्बत नहीं उसे?

अगर शरर है तो भड़के जो फूल है तो खिले,
तरह तरह की तलब तेरे रंग-ए-लब से है।

लौट जाती है उधर को भी नज़र क्या कीजे,
अब भी दिलकश है तेरा हुस्न मगर क्या कीजे।

ये अजब क़यामतें हैं तेरी रहगुजर में गुजारी,
न हो कि मर मिटें हम न हो कि जी उठें हम।

गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले,
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले।

तू जो मिल जाये तो तक़दीर निगूँ हो जाये,
यूँ न था मैने फ़क़त चाहा था यूँ हो जाये।

उठ कर तो आ गए हैं तिरी बज़्म से मगर,
कुछ दिल ही जानता है कि किस दिल से आए हैं।

इक तर्ज़-ए-तग़ाफ़ुल है सो वो उन को मुबारक,
इक अर्ज़-ए-तमन्ना है सो हम करते रहेंगे।

ये आरज़ू भी बड़ी चीज़ है मगर हमदम,
विसाल-ए-यार फ़क़त आरज़ू की बात नहीं।

वो आ रहे हैं वो आते हैं आ रहे होंगे,
शब-ए-फ़िराक़ ये कह कर गुज़ार दी हम ने।

शाम-ए-फ़िराक़ अब न पूछ आई और आ के टल गई,
दिल था कि फिर बहल गया जाँ थी कि फिर सँभल गई।

इब्तिदा-ए-इश्क़ है रोता है क्या,
आगे आगे देखिए होता है क्या।

इश्क़ इक मीर भारी पत्थर है,
कब ये तुझ ना-तवाँ से उठता है।

इश्क़ में जी को सब्र-ताब कहाँ,
उस से आँखें लड़ीं तो ख़्वाब कहाँ।

क्या कहूँ तुम से मैं कि क्या है इश्क़,
जान का रोग है बला है इश्क़।

याद उस की इतनी ख़ूब नहीं मीर बाज़ आ,
नादान फिर वो जी से भुलाया न जाएगा।

अब कर के फ़रामोश तो नाशाद करोगे
पर हम जो न होंगे तो बहुत याद करोगे।

जिन जिन को था ये इश्क़ का आज़ार मर गए,
अक्सर हमारे साथ के बीमार मर गए।